शनिवार, 9 जून 2007

सीमा विवाद: पैमाइश के वायदे के बावजूद नहीं पहुंची सर्वे टीम

बागपत। यूपी-हरियाणा सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दोनों राज्यों के बीच होने वाली पैमाइश का कार्य पिछड़ता जा रहा है। सर्वे विभाग की टीम ने मई व जून में पैमाइश करने का वायदा किया था, लेकिन बागपत तहसील के एक भी विवादित गांव में अभी तक सर्वे टीम का कोई भी कर्मचारी पैमाइश करने खादर में नहीं पहुंचा है। जिसके चलते किसानों में भारी रोष है। किसानों का आरोप है कि सर्वे विभाग की टीम जानबूझकर पैमाइश के कार्य में लेटलतीफी कर रही है। बागपत तहसील के यमुना खादर में मार्च व अपै्रल के माह में जब यूपी हरियाणा सीमा विवाद की आग सुलग रही थी तो दोनों ओर खेतों में ईख व गेहूं की फसल खड़ी हुई थी। इसके अलावा यमुना भी भारी उफान पर थी। जिसके चलते किसानों के विरोध और यमुना में ज्यादा पानी देखते हुए सर्वे विभाग की टीम ने खादर क्षेत्र में पैमाइश करने से हाथ खड़े कर दिये थे। सर्वे विभाग की टीम ने किसानों के सामने गेहूं और ईख की फसल कटने के बाद मई व जून में पैमाइश करने का वायदा किया था, लेकिन मई माह बीत गया जून का पहला हफ्ता भी बीत चुका है मगर अभी तक सर्वे विभाग की टीम ने पैमाइश का कार्य शुरू करना तो दूर अभी तक इस बारे में सोचा भी नहीं है। जिसके चलते किसानों में सर्वे विभाग की टीम के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है। श्रीचंद, ओमप्रकाश, रगबीर, हरचंद आदि किसानों का आरोप है कि सर्वे विभाग की टीम जानबूझकर पैमाइश करने के वायदे से मुकर रही है। बागपत तहसील के बागपत, खण्ड़वारी, सिसाना, निवाड़ा, नैथला, सुलतानपुर हटाना, गौरीपुर जवाहरनगर, फैजपुर निनाना, खेड़ा इस्लामपुर व फैजल्लापुर गांव में पैमाइश का कार्य होना है। सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दीक्षित अवार्ड के अंतर्गत बागपत तहसील से 1173 हेक्टेयर भूमि सोनीपत तहसील गयी है, जबकि हरियाणा के सोनीपत से 358 हेक्टेयर भूमि बागपत तहसील में आयी है। दोनों ओर के किसानों ने एक दूसरे की भूमि पर कब्जा कर रखा है। इस संबंध में सर्वे विभाग के नायब तहसीलदार राकेश कुमार त्यागी ने बताया कि पिछले दिनों सर्वे विभाग का एक कानूनगो एक्सपायर हो गया था जिसके चलते पैमाइश का कार्य नहीं हो पाया था। उन्होंने बताया कि बागपत तहसील में चार काननूगो, 14 लेखपाल व चार चेनमैन है जिनमें से एक कानूनगो, एक लेखपाल व एक चेनमैन मेडिकल पर गये हुए है। उन्होंने बताया कि बागपत तहसील के खादर के गांव में पैमाइश का कार्य सोमवार से शुरू हो जायेगा। तहसील में पैमाइश करने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। जिसमें एक टीम में एक कानूनगो व तीन लेखपाल व एक चेनमैन शामिल रहेगा।

गुर्जर आन्दोलन : तोड़फोड़ के आरोप में दो गिरफ्तार

बागपत। राजस्थान की घटना को लेकर बागपत में चलाये गये गुर्जर आन्दोलन के दौरान तोड़फोड़ करने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गुर्जर आंदोलन के दौरान दिल्ली सहारनपुर रेल लाइन पर कई बार ट्रेन रोकी गई। सड़क पर जाम लगाये गये। इस दौरान कुछ लोगों ने ट्रेन और बसों में तोड़फोड़ भी की। थाना बागपत, खेकड़ा, चांदीनगर और रेलवे पुलिस थाना लोनी पर तीन सौ से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमें दर्ज हुए। अब बागपत कोतवाली पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पकडे़ गये लोगों में रामबीर निवासी अहैड़ा और दूसरा धर्मेन्द्र निवासी टीकरी जिला करनाल हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले में और गिरफ्तारी हो सकती हैं। पुलिस ने ऐसे कुछ लोगों को चिन्हित कर लिया है जो तोड़फोड़ करने में शामिल रहे हैं।

बागपत खादर में करोड़ों के भूमि घोटाला सामने आया

बागपत। नोएडा के बाद अब बागपत खादर में एक बड़ा भूमि घोटाला सामने आया है। हरियाणा का एक भूमाफिया बागपत के किसानों से नोटरी के माध्यम से भूमि को अपने नाम करवा रहा है। करोड़ों की भूमि को टकों में लेकर भोले भाले किसानों का बेवकूफ बनाया जा रहा है। इस मामले से पर्दा उठने के बाद भूमाफिया के खिलाफ किसानों में जबर्दस्त गुस्सा है। भूमि घोटाले का यह मामला बागपत खादर का है। यूपी हरियाणा सीमा विवाद के अंतर्गत जो भूमि सोनीपत तहसील के झूंड़पुर व अन्य गांव से बागपत खादर में आयी है। उसे हरियाणा का एक भूमाफिया किसानों से नोटरी के माध्यम से अपने नाम करवा रहा है। किसानों को एक बीघा भूमि 80 हजार रुपये में खरीदने के नाम पर मात्र पांच से दस हजार रुपये के बीच ही दिये जा रहे है। बागपत कस्बे के सौ से ज्यादा काश्तकारों ने भूमाफिया के बहकावे में आकर नोटरी के माध्यम से दस और बीस रुपये के स्टाम्प पर अपने अंगूठे और हस्ताक्षर कर दिये है। वर्तमान में यह स्टाम्प भूमाफिया के पास ही मौजूद है। खादर में भूमि के फर्जीवाड़े का यह खेल पिछले कई माह से चल रहा है। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रशासन द्वारा कई माह पहले खादर में श्रेणी तीन व चार के पट्टे निरस्त किये जा चुके हैं। वर्तमान में खादर की भूमि पर सर्वे का कार्य चल रहा है, लेकिन मजेदार बात यह है कि बागपत खादर के खसरा नंबर 402 और झुंड़पुर से बागपत खादर आये खसरा नंबर 122 को सम्मलित करते हुए नोटरी के माध्यम से लगभग तीन सौ बीघा भूमि भूमाफिया ने अपने नाम करा ली है। दस और बीस रुपये के स्टाम्प से किसानों की भूमि को भूमाफिया के नाम करने का यह खेल बागपत तहसील के पास बैठने वाला एक वकील का मुंशी कर रहा है। आरोपित है कि वह किसानों और भूमाफिया के बीच मोटे पैसे कमा रहा है। तहसील के एक अधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वास्तव में खादर की जमीन पर भूमाफिया किसानों का बेवकूफ बनाकर उनकी जमीन को अपने नाम करा रहा है। पिछले एक पखवाड़े से भूमि के घोटाले की चर्चा कर्मचारियों व लोगों की जुबान पर है तथा इस फर्जीवाड़े से पर्दा उठते ही किसानों में भूमाफिया के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है। बागपत के किशन, राजाराम, जय सिंह, मंगत, राधेश्याम आदि पीड़ित किसानों ने बताया कि उन्हें एक बीघा भूमि 80 हजार रुपये में खरीदने का आश्वासन देते हुए मात्र पांच और दस हजार रुपये ही दिये गये है। बाकी रुपये अभी तक नहीं दिये गये है। स्टाम्प पेपर भी उसी व्यक्ति के पास है जिसने उनसे स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवाये है। इस संबंध में एसडीएम प्रेम प्रकाश ने बताया कि इस प्रकार का कोई मामला उनके संज्ञान में अभी तक नहीं आया है। उन्होंने बताया कि जमीन बेचने की असली प्रक्रिया बैनामा के माध्यम से होती है। नोटरी के माध्यम से यदि जमीन बेची जाती है तो बाद में भी बैनामा प्रक्रिया अपनाकर जमीन का दाखिल खारिज कराना पड़ता है। अभी तक इस तरह के किसी भी मामले की तहसील में दाखिल खारिज भी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच करायी जायेगी।

बदमाशों के लिए रोटी न बनाने पर पत्‍‌नी का टखना तोड़ा

बागपत। बदमाशों के लिए भोजन बनाने से इंकार करने पर एक युवक ने अपनी पत्‍‌नी को पीटकर उसका टखना तोड़ दिया। पीड़ित महिला ने एसपी से पति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बागपत के सिरसली गांव की प्रमिला (परिवर्तित नाम) का विवाह 10 वर्ष पूर्व बिजनौर के नगीना कस्बे में हुई था। आरोप है कि उसका पति आवारा है और वह उसे आए दिन परेशान रखता है। उसके संबंध बदमाशों से हैं। कुछ दिन पूर्व उसके पति के साथ घर पर आधा दर्जन बदमाश आए। उसके पति ने उनके लिए भोजन बनाने को कहा। बदमाशों के लिए भोजन बनाने से इंकार करने पर उसके पति ने उसे बुरी तरह पीटा। पिटाई से उसके पैर का टखना टूट गया। उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा। उसने एसपी के यहां भेजे पत्र में अपने पति के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। इस समय महिला अपने मायके में रह रही है।

रविन्द्र अपहरण कांड: प्रेमिका को पुलिस ने जेल भेजा

बड़ौत(बागपत)। रविन्द्र अपहरण कांड में गिरफ्तार आरोपी नीरज को शुक्रवार को पूछताछ करने के बाद पुलिस ने सीजेएम की अदालत में पेश किया, जहां से उसे चौदह दिन के न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। ज्ञात रहे, 15 मई को रविन्द्र निवासी बिजरौल का अपहरण कर लिया गया था। रविन्द्र के अपहरण में उसकी प्रेमिका नीरज समेत पांच लोगों को नामजद किया गया था। नामजद आरोपियों से दो आरोपियों ने अदालत में समर्पण कर दिया था, जबकि एक आरोपी नीरज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। अपहृत रविन्द्र की प्रेमिका नीरज से पुलिस ने पूछताछ पूरी करने के बाद शुक्रवार को उसे सीजेएम बागपत की अदालत में पेश किया, जहां से नीरज को चौदह दिन के न्यायिक रिमांड पर लेकर जेल भेज दिया है। फरार चल रहे दो आरोपियों की तलाश में पुलिस लगी हुई है। क्योंकि नीरज ने अपने बयान में साफ कर दिया है कि रविन्द्र की हत्या की जा चुकी है, मगर उसका शव पुलिस फिलहाल बरामद नहीं कर सकी है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनकी निशानदेही पर पुलिस रविन्द्र का शव बरामद करेगी।

शिक्षकों का जिविनि कार्यालय पर प्रदर्शन

बागपत। माध्यमिक शिक्षा संघ के तत्वावधान में शिक्षकों ने प्रदर्शन कर जिला विद्यालय निरीक्षक को अपनी समस्याएं गिनवाई। मूल्यांकन कार्य के पारिश्रमिक के भुगतान का आश्वासन मिलने पर ही शिक्षक शांत हुए। माध्यमिक शिक्षक संघ दबथुआ गुट के जिला मंत्री कोमवीर के नेतृत्व में शिक्षकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक के सामने अपनी समस्याएं रखी। इस पर जिला जिला विद्यालय निरीक्षक डा. इन्दुबाला गौड़ ने उन्हें आश्वासन दिया कि मूल्याकन के पारिश्रमिक का भुगतान करवाने के लिए उन्होंने बिलों को पास कर दिया है। जो बिल शेष रह गए हैं उनके भुगतान के लिए धन की मांग शासन से की गई है। उन्होंने पदोन्नति, पेंशन, रिक्त पदों के अधियाचन, विनियमितिकरण समेत कई समस्याओं के अतिशीघ्र निस्तारण का आश्वासन दिया है।

मारपीट की घटनाओं में दो महिलाओं समेत छह घायल

रमाला(बागपत)। कंडेरा गांव में शुक्रवार को पैतृक भूमि के विवाद को लेकर तीन भाइयों के परिवारों में जमकर मारपीट हुई। मारपीट में दो महिलाएं घायल हो गई। वहीं किशनपुर बराल में एक अन्य घटना में तीन व्यक्ति घायल हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार कंडेरा गांव निवासी जयपाल के तीन पुत्र अजय, विजय और शंकर है। जयपाल ने अपनी पैतृक सम्पत्ति का अधिकांश भाग अजय की पत्‍‌नी रानी के नाम कर दिया है। शुक्रवार को रानी ने जब अपनी संपत्ति पर कब्जा मांगा तो विजय और शंकर ने रानी और अजय पर हमला बोल दिया जिसमें रानी घायल हो गई। रानी ने थाने में विजय और शंकर के विरुद्ध तहरीर दी है। उधर विजय और शंकर ने भी थाने में तहरीर देकर अजय पर अपनी पत्नी कविता के साथ मारपीट कर घायल करने का आरोप लगाया है। समाचार लिखे जाने तक इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी थी। वहीं किशनपुर बराल निवासी मंगता ने थाने में तहरीर देकर गांव के ही कुछ लोगों पर घर में घुसकर अपने पुत्र व तीन पौत्रों के साथ मारपीट कर घायल करने का आरोप लगाया है। एक अन्य घटनाक्रम में थाना पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व हुई मारपीट के एक संबंध में अशरफाबाद थल गांव के आस मौहम्मद और कल्लू को गिरफ्तार किया है।